कांचन
→'शत्रुघ्न' अयोध्या के राजा दशरथ के चौथे पुत्र और श्रीराम के छोटे भाई थे। 'वाल्मीकि रामायण' में वर्णित है कि अयोध्या के राजा दशरथ की तीन रानीयाँ थीं- कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा। कौशल्या से राम, कैकई से भरत और सुमित्रा से लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न उत्पन्न हुए थे। शत्रुघ्न का शौर्य भी अनुपम था। सीता के वनवास के बाद एक दिन ऋषियों ने भगवान श्रीराम की सभा में उपस्थित होकर लवणासुर के अत्याचारों का वर्णन किया और उसका वध करके उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। शत्रुघ्न ने श्रीराम की आज्ञा से वहाँ जाकर प्रबल पराक्रमी लवणासुर का वध किया और 'मधुपुरी' बसाकर वहाँ बहुत दिनों तक शासन किया।अधिक जानकारी के लिए देखें:-शत्रुघ्न