???? आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी हिंदी साहित्य के सुप्रसिद्ध लेखक तो थे ही साथ ही वे हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि भी है। उनकी तर्क संगत व्याख्या एवं सम्यक् मूल्यांकन आने वाली कई पीढियों के लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा। एक निबंधकार के रूप में उनकी निबंध शैली अनूठी एवं अद्वितीय है।