इन दोनो मे अंतर यह है कि नर को जब बचपन मे यानि युवावस्था मे पहुंचने से पहले ही बधिया या बंधिया कर दिया जाता है तो उसे बैल कहा जाता है । बधिया या बंधिया वह प्रक्रिया है जिससे उसकी प्रजनन शक्ति को समाप्त कर दिया जाता है यानि वह संतानोत्पत्ति नहीं कर सकता, वह बैलगाड़ी, हल और रहट ( आजकल नही हैं ) चलाने का कार्य करते हैं ।