टेलीविज़न स्क्रीन के एक कोने में दिखाई देने वाली संख्याओं का यह यादृच्छिक सेट चैनलों द्वारा उठाए गए चोरी-विरोधी उपायों का एक हिस्सा है।
इसे फ़िंगरप्रिंट / वीसी नंबर कहा जाता है - कार्ड नंबर या रिसीवर संख्या देख रहा है।
आपकी स्क्रीन पर दिखाई देने वाली संख्या एक है जो चैनल द्वारा एक एल्गोरिदम का उपयोग करके आपके क्षेत्र के लिए विशिष्ट रूप से उत्पन्न होती है। यह वीडियो स्ट्रीमिंग में यादृच्छिक बिंदुओं पर डाला जाता है ताकि इसे वीडियो प्रोसेसिंग एल्गोरिदम का उपयोग करके नहीं लिया जा सकता।
यह संख्या ब्रॉडकास्टर / डिस्ट्रीब्यूटर से ग्राहक के अंत में चोरी का पता लगाने में सहायता करता हैये यूनीक नंबर हर उपभोक्ता के लिए अलग इसलिए होता है जिससे जरुरत पड़ने पर इस नंबर से सेट टॉप मालिक का पता लगाया जा सके और साथ ही उस तक पहुँच बनायीं जा सके। इस नंबर को बनाने के पीछे मुख्य कारण है कॉपी राइट एक्ट के नियमों का पालन किया जा सके।
कुछ दर्शक लाइव शो या फिर मैच को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर जैसे फेसबुक और यूट्यूब पर प्रसारित करने लगते है जो की कॉपी राइट नियमों के अनुसार गैरकानूनी है। इसके आलावा अगर दर्शक अगर किसी शो को रिकॉर्ड करके भी इस अपलोड करता है तो उसे भी अवैध माना जाता है।
इस नंबर के स्क्रीन पर आने की वजह से कॉपीराइट नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों को आसानी से पकड़ा जा सकता है। घरों में सेट टॉप बॉक्स लगाने के लिए प्रेरित करने के पीछे भी सरकार का मुख्य उद्देश्य पायरेसी रोकना और कानून का पालन करवाना ही था। आपको ये भी बता दें की ये नंबर टीआरपी गणना के लिए भी काफी मददगार साबित होता है।