जागीर
→'विजयनगर' को मध्य काल का प्रथम हिन्दू साम्राज्य माना जाता है। 14वीं शताब्दी में उत्पन्न विजयनगर साम्राज्य को मध्य काल और आधुनिक औपनिवेशिक काल के बीच का 'संक्रान्ति काल' कहा जाता है। साम्राज्य की शासन व्यवस्था में 'कबलकार' नाम का एक अधिकारी हुआ करता था, जो प्राय: सामाजिक एवं धार्मिक विषयों पर निर्णय देता था। इसे 'अरसुकवलकार' के नाम से भी जाना जाता था। नगर में बहुत से क्षेत्र ऐसे भी थे, जो अधीनस्थ शासकों द्वारा शासित थे, अर्थात् उनके द्वारा जिन्हें युद्धों में परास्त करने के बाद छोटा राज्य लौटा दिया गया था। राजा सेनापतियों को भी निश्चित कर के एवज में कुछ 'अमरम' (क्षेत्र, जागीर) प्रदान करता था। ये सेनापति 'पलाइयागार' अथवा नायक कहलाते थे।अधिक जानकारी के लिए देखें:-विजयनगर साम्राज्य