फ़िरोज़शाह तुग़लक़
→'फ़िरोज़शाह तुग़लक़' मुहम्मद तुग़लक़ का चचेरा भाई एवं सिपहसलार 'रजब' का पुत्र था। उसकी माँ ‘बीबी नैला’ राजपूत सरदार रणमल की पुत्री थी। मुहम्मद तुग़लक़ की मुत्यु के बाद 20 मार्च, 1351 ई. को फ़िरोज़शाह तुग़लक़ का राज्याभिषक थट्टा के निकट हुआ था। उसका शासन कल्याणकारी निरंकुशता पर आधारित था। वह प्रथम सुल्तान था, जिसनें विजयों तथा युद्धों की तुलना में अपनी प्रजा की भौतिक उन्नति को श्रेष्ठ स्थान दिया, शासक के कर्तव्यों का विस्तृत किया तथा इस्लाम धर्म को राज्य शासन का आधार बनाया। हेनरी इलिएट और एलफिन्सटन ने फ़िरोज़शाह तुग़लक़ को "सल्तनत युग का अकबर" कहा है। फ़िरोज़शाह की सफलताओं का श्रेय उसके प्रधानमंत्री 'ख़ान-ए-जहाँ मकबूल' का दिया जाता है।अधिक जानकारी के लिए देखें:-फ़िरोज़शाह तुग़लक़