(1) जिन कार्यों में उत्पादन के लिए प्राथमिक क्रियाओं से उत्पन्न वस्तुओं का उपयोग किया जाता है, उसे द्वितीयक क्रिया कहते हैं। (2) इसके उत्पाद अपेक्षाकृत अधिक मूल्यवान होते हैं। (3) इसके लिए अपेक्षाकृत अधिक पूंजी निवेश की आवश्यकता होती है। (4) इसमें वस्तुओं के स्वरूप में परिवर्तन किया जाता है।02-Feb-2020